नयी उमंगों को पंख मिलने लगेंगे
तुम रहो तो हौसले बढ़ने लगेंगे........
हर शाम के बाद होगा फिर सवेरा
छटने लगेगा मेरे मन का ये अंधेरा.......
माज़ी के सारे ज़ख्म फिर भरने लगेंगे
तुम रहो तो हौसले बढ़ने लगेंगे ............
हर तसुव्वर में तेरी ही जुस्तजू है
हर आब-ए-चश्म को तेरी आरज़ू है..........
तुम कहो तो मौसम भी बदलने लगेंगे
तुम रहो तो हौसले बढ़ने लगेंगे ...........
आवाज़ दे के तुमने हमको जो पुकारा
मिल गयी मंजिल , मिल गया किनारा........
सब मुश्किलों से हम लड़ने लगेंगे
तुम रहो तो हौसले बढ़ने लगेंगे ...........
तुम दिखो तो रात भी हो जाए रोशन
तुम नज़र आओ तो खिल उठेंगे गुलशन .......
तुम चलो तो राह-ए-दहर दिखने लगेंगे
तुम रहो तो हौसले बढ़ने लगेंगे ............
हो गया कुर्बान तेरी बन्दगी में
तू अगर आ जाए मेरी ज़िन्दगी में .............
यह जान -ए -जार के दिन कटने लगेंगे
तुम रहो तो हौसले बढ़ने लगेंगे ............
Glossary :
माज़ी - Past
आब-ए-चश्म - Tears
राह-ए-दहर - Path of Life
जान -ए -जार - difficulties of life
wahooo nice ...... pictures!
Pic is awsm,fbls....nd poetry ka bhi jawab nh.insprd.
just came across your blog.......poems are really great...can't really comment on them as ummmmm.....i'd say i am a quiet unqualified to do that! But must say, the pictures you put in here and the effects you use are just splendid and match to your post so good! My mom is a Hindi teacher and pushes me into reading poems and literature, I read what interests me but never actually liked poems (hindi or english). I would have made a pass at you blog (like i did to many other) seeing it had poems, but the pictures grabbed my attention! would love to come back! keep clicking and writing too!
Very Nice poem...
thank u all, I m happy that you liked it :)
वाह....
हौसलों की नई उडान और साथ भी कायम रखने की चाहत......
सकारात्मक और बेहतरीन कविता....
subhan-allah!! very good piece of poetry here!! enjoyed it thoroughly!!
yaar!tumhe ye urdu ke itne uljhatamk shabd kahan se prapt hote hain. Waise suder kavita hai kaviyatri ji
ismein kahan hai uljhatmak shabd.??.. kitni easy to hai./..
applauds...