वो हमारे दिल मैं यूँ उतरते चले गए
हालात जो नाज़ुक थे बिगड़ते चले गए
छाया खुमार सा निगाहों पे इस कदर
क़यामत पे था खड़ा मैं ना आया मुझे नज़र
जब तक सम्हाले होश बहुत देर हो गयी
ज़िन्दगी ये मेरी मौत के बिस्तर पे सो गयी..........
(After Death...)
पहुंचा खुदा के दर पे तो हम-नज़र हुआ
क्यों मेरे साथ ही, ऐसा गज़ब हुआ
पुछा खुदा से मैंने क्या कुसूर था मेरा ?
वो बोला प्यार करने का तुझे मिला सिला
यह जन्नत है तेरे करम का इनाम-ऐ-बन्दे
वरना कहाँ होता है नसीब, ओरों को ,ये खुदा .........
वरना कहाँ होता है नसीब, ओरों को ,ये खुदा .........
kya khooob kaha....bts its happen ????
i dont know ??
Jai Ho Mangalmay HO