जिस दिन तुझे मेरी ... ख़ामोशी सुनाई देगी
उस दिन ये दुनिया ... कुछ और ही दिखाई देगी
बेआरजू होके निकला हूँ .. तेरे दर से
हर आहट ... मेरे बिलखते अरमानों की दुहाई देगी
मैं अपने आंसुओं को ... पीता रहूँगा हरदम
पर मेरी मुस्कराहट में ..... उदासी दिखाई देगी
तुने मुझे देखा भी नहीं ...करीब ही था मैं
मेरे टूटे हुए .. दिल की आवाज़ तुझे क्या सुनाई देगी
बहुत दूर चला जा चुका हूँगा मैं.. जबतलक
तेरी रूह.... मेरा नाम पुकारेगी ... सदा देगी !
ye hai meri kahiani, kyounki ye pic meri hai ...
P T bhai kya likha ha wah wah
बहुत खूब ..
भावमय
khoobsurat abhiwyakti....swagat hai.....!!
Jai Ho Mangalmay ho