तेरे साथ ज़िन्दगी बिताने कि तमन्ना है..........
तुझे दिल में बसाने की तमन्ना है..........
फूलों में रंग तो भर दिए .... बहार ने
अब उन्हें और ... महकाने की तमन्ना है .....
यूँ तो होश खोये हैं ... कई बार मय-कदा में.......
अब तेरी आँखों में .. खो जाने की तमन्ना है
बहुत हसरतें तो नहीं ..... रखता हूँ मैं दिल में........
बस एक शाम तेरे पहलू में बिताने की तमन्ना है...........
रातें गुजारी हैं कई ... बेदारी में हमने...........
एक बार तेरी बाहों में... होश गंवाने की तमन्ना है ........
ना दुनिया की गरज है ... ना अमीरी की इक्तेज़ा.......
कुछ और नहीं बस .... तुझे पाने की तमन्ना है..........
ज़िन्दगी बीत रही है .....मौत भी आएगी एक दिन......
क़ज़ा के बाद भी तुझे ...चाहने की तमन्ना है ......
Glossary
बेदारी - Alertness, Awakening, Rousing, Wakefulness,
इक्तेज़ा - Requirement, Need, Demand
क़ज़ा - Destiny, Death, Fate, Jurisdiction, Judgement
क़ज़ा - Destiny, Death, Fate, Jurisdiction, Judgement
very sensitive poem with heart touching lines!! good one!!
very well written....and it could be converted into a very soothing ghazal..