मुश्किलों से खेलना आसान हो गया
तू मिल गया मुझको तो मेरा नाम हो गया
दुनिया ने किये थे मुझ पे सितम कई
रक़ीब भी काफी थे , दुश्मन भी थे कई
महबूब तेरा आँचल..... आया जो हाथ में.....
सारा ज़माना जैसे .. मेरा गुलाम हो गया
तू मिल गया मुझको तो मेरा नाम हो गया .....
तू सच है या है मेरा हसीन ख्वाब कोई
बिस्मिल है मेरा या फिर दिल का भरम है कोई
आलम है बेखुदी का,.. मौसम है दिल्लगी का........
चाहत में तेरी चर्चा तमाम हो गया
तू मिल गया मुझको तो मेरा नाम हो गया .....
रंग जैसे संगेमरमर ये तीर नज़र उस पर
तेरी ये अदा दिलबर, करती है असर दिल पर
हालत संवर गयी है .. तबियत मचल गयी है......
तेरी एक निगाह में सारा कमाल हो गया
तू मिल गया मुझको तो मेरा नाम हो गया .....
उल्फत में तेरी खोया तो फिर कभी ना रोया
किस्मत बदल गयी है जब से जुल्फों में तेरी सोया
ऐ हमदम अब तेरे बिन .... कटते नहीं हैं ये दिन
तेरी आरज़ू में सब कुछ कुर्बान हो गया
तू मिल गया मुझको तो मेरा नाम हो गया .....
great shot priyanka..! ecstasy is what comes to my mind after reading this...
beautiful photography... and very well written!!